राजस्थान के कृषि जलवायु खण्ड
नमस्कार दोस्तों,
स्वागत है आपका हमारे इस आर्टिकल में आज हम इस आर्टिकल में राजस्थान के कृषि जलवायु खण्ड के बारे मैं बात करेंगे। और हमारी यही कोशिश है की इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके इस टॉपिक से संबंधित सारे डाउट क्लियर हो जायेंगे।
राजस्थान के कृषि जलवायु खण्ड
भारतीय कृषि को मानसून का जुआ( Gamble with monsoon) कहा जाता है।
देश मैं खाद्यान्न उत्पादन एवं कृषि विकास वर्षा की मात्रा एवं वितरण पर निर्भर करती है हमारे देश में कुल शुद्ध कृषि क्षेत्र का लगभग 58% क्षेत्र वर्षा पर आधारित है कुल खाद्यान्न उत्पादन का 40% इन्हीं क्षेत्रों से आता है तथा साथ ही दो तिहाई पशुधन इन क्षेत्रों पर निर्भर है हैदराबाद स्थित केंद्रीय बारानी कृषि अनुसंधान के अनुसंधान परिणाम बताते हैं कि वर्षा जल तथा अन्य संसाधनों की उपलब्धता की दृष्टि से इन क्षेत्रों में व्यापक क्षेत्रीय असमानता पाई जाती है उन्नत कृषि तकनीकी अपनाकर बारानी फसलों की उत्पादकता 50 से 70% तक बढ़ाई जा सकती है भारत के लगभग 141 मिलियन हेक्टेयर शुद्ध कृषित क्षेत्र में 80 मिलियन हेक्टेयर बारानी या असिंचित है।
rajasthan ke krishi jalvayu pradesh
राजस्थान के कृषि जलवायु खण्ड:
राजस्थान के कृषि जलवायु खण्डों/ प्रदेशों को जलवायु के आधार पर 10 भागों में बांटा गया है। जिनका वर्णन नीचे किया गया है।
1. IA शुष्क पश्चिमी मैदानी क्षेत्र
2. IB सिंचित उतरी पश्चिमी मैदानी क्षेत्र
3. IC अति — शुष्क सिंचित क्षेत्र
4. IIA अंतर्वती मैदानी क्षेत्र
5. IIB लूनी नदी का अंतर्वती मैदानी क्षेत्र
6. IIIA अर्धशुष्क पूर्वी मैदानी प्रदेश
7. IIIB बाढ़ सम्भाव्य पूर्वी मैदानी प्रदेश
8. IVA अर्ध शुष्क दक्षिणी मैदान एवं अरावली पहाड़ी क्षेत्र
9. IVB आर्द्र दक्षिणी क्षैत्र
10. V आर्द्र दक्षिणी पूर्वी मैदान
कृषि जलवायु खण्ड
♦राजस्थान के जिलों के आधार पर कृषि जलवायु खण्डों का वर्गीकरण:—
जलवायु खण्ड जिले
1. IA शुष्क पश्चिमी मैदानी क्षेत्र:→ प. बाड़मेर, प, जोधपुर, चूरू का शुष्क क्षेत्र
2. IB सिंचित उतरी पश्चिमी मैदानी क्षेत्र:→श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ एवं
3. IC अति — शुष्क सिंचित क्षेत्र:→बीकानेर, जैसलमेर चूरू की चार तहसीले
4. IIA अंतर्वती मैदानी क्षेत्र:→नागौर, झुंझुनू, सीकर, पूर्वी चू
5. IIB लूनी नदी का अंतर्वती मैदानी क्षेत्र:→प. सिरोही, पू, जोधपुर पाली, जालौर
6. IIIA अर्धशुष्क पूर्वी मैदानी प्रदेश:→ अजमेर, जयपुर, टोंक एवं दौसा जिले का कुछ भाग
7. IIIB बाढ़ सम्भाव्य पूर्वी मैदानी प्रदेश:→ अलवर, भरतपुर, धौलपुर. सवाईमाधोपुर, दौसा व करौली की कुछ तहसीलें
8. IVA अर्ध शुष्क दक्षिणी मैदान
एवं अरावली पहाड़ी क्षेत्र:→भीलवाड़ा, राजसमन्द उदयपुर) चितौड़गढ़ व सिरोही का हिस्सा
9. IVB आर्द्र दक्षिणी क्षैत्र:→बांसवाडा, डूंगरपुर उदयपुर, प्रतापगढ़ के हिस्से
10. V आर्द्र दक्षिणी पूर्वी मैदान :→ बूंदी (कोटा, झालावाड, व स माधोपुर का हिस्सा
♦ वार्षिक वर्षा (mm.) के आधार पर कृषि जलवायु खण्डों का वर्गीकरण:—
कृषि जलवायु खण्ड वार्षिक वर्षा (mm)
1. IA शुष्क पश्चिमी मैदानी क्षेत्र:→100-300
2. IB सिंचित उतरी पश्चिमी मैदानी क्षेत्र:→100-300
3. IC अति — शुष्क सिंचित क्षेत्र:→100-300
4. IIA अंतर्वती मैदानी क्षेत्र:→300-500
5. IIB लूनी नदी का अंतर्वती मैदानी क्षेत्र:→300-500
6. IIIA अर्धशुष्क पूर्वी मैदानी प्रदेश:→500-600
7. IIIB बाढ़ सम्भाव्य पूर्वी मैदानी प्रदेश:→500-600
8. IVA अर्ध शुष्क दक्षिणी मैदान
एवं अरावली पहाड़ी क्षेत्र:→500-700
9. IVB आर्द्र दक्षिणी क्षैत्र:→600-750
10. V आर्द्र दक्षिणी पूर्वी मैदान:→750 से ऊपर
राजस्थान के कृषि जलवायु खण्ड
♦ बोई जाने वाली मुख्य फसलों के आधार पर कृषि जलवायु खण्डों का वर्गीकरण:—
कृषि जलवायु खण्ड फसलें
1. IA शुष्क पश्चिमी मैदानी क्षेत्र:→खरीफ दाले, ग्वार, चना, गेहूँ, तिल, सरसों, बाजरा
2. IB सिंचित उतरी पश्चिमी मैदानी क्षेत्र:→जीरा, गेहूँ, गन्ना, ईसबगोल, ग्वार, सरसों, बाजरा खरीफ दाले व धान
3. IC अति — शुष्क सिंचित क्षेत्र:→कपास, बाजरा, ज्वार, खरीफ दालें, गेहूं, सरसों, तिल
4. IIA अंतर्वती मैदानी क्षेत्र:→बाजरा, तिल, सरसों, गेहूँ ज्वार, खरीफ दालें
5. IIB लूनी नदी का अंतर्वती मैदानी क्षेत्र:→गेहूँ, बाजरा, चना, सरसों, तोरिया, मक्का, गन्ना, मूंगफली, कपास
6. IIIA अर्धशुष्क पूर्वी मैदानी प्रदेश:→गेहूँ, बाजरा, मूंग, मूंगफली, चवला, सरसो. चना, जौ, ज्वार
7. IIIB बाढ़ सम्भाव्य पूर्वी मैदानी प्रदेश:→तिल, बाजरा, गेहूं, सरसों, द. चना, मक्का मूंगफली, जौ, ज्वार
8. IVA अर्ध शुष्क दक्षिणी मैदान
एवं अरावली पहाड़ी क्षेत्र:→मक्का, सोयाबीन, उडद, ज्वार, गेहूँ, चना, सरसों
9. IVB आर्द्र दक्षिणी क्षैत्र:→मक्का, धान, रबी, अरहर, सरसों, गन्ना, गेहूँ
10. V आर्द्र दक्षिणी पूर्वी मैदान:→गेहूँ, सोयाबीन मक्का, धान, उड़द, सरसों.. तोरिया, कपास, गन्ना, अफीम
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